Govt Holiday – पंजाब सरकार ने राज्य के छात्रों और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक अहम फैसला लिया है। सरकार ने घोषणा की है कि 30 मई 2025 को पूरे पंजाब में सरकारी छुट्टी रहेगी। यह छुट्टी श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में दी जा रही है। इस दिन सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे।
यह निर्णय सिर्फ एक अवकाश भर नहीं है, बल्कि यह सिख धर्म और उसकी धार्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का एक तरीका है। गुरु अर्जन देव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु माने जाते हैं, जिनकी शहादत को सिख समुदाय बहुत ही श्रद्धा और आस्था के साथ याद करता है।
कौन थे श्री गुरु अर्जन देव जी?
गुरु अर्जन देव जी का सिख धर्म में एक विशेष स्थान है। वे सिख धर्म के पहले शहीद माने जाते हैं। उन्होंने सिखों के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन के साथ-साथ सेवा, प्रेम और बलिदान का आदर्श भी प्रस्तुत किया। उनका बलिदान धार्मिक सहिष्णुता और सच्चाई के लिए था। इसलिए हर साल उनकी शहादत के दिन को बेहद श्रद्धा से मनाया जाता है।
छुट्टी का ऐलान क्यों है खास?
पंजाब में इस दिन सरकारी छुट्टी घोषित करने का मकसद सिर्फ आराम देना नहीं है, बल्कि लोगों को इस पवित्र अवसर को सम्मान के साथ मनाने का अवसर देना है। सरकार ने यह फैसला धार्मिक सौहार्द और सामाजिक समरसता को ध्यान में रखते हुए लिया है।
यह छुट्टी खास तौर पर सिख समुदाय के लिए बहुत महत्व रखती है। इस दिन गुरुद्वारों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं, जहां अरदास, कीर्तन और लंगर सेवा होती है। लोग इस दिन सेवा, भक्ति और श्रद्धा के साथ गुरुजी को याद करते हैं।
छुट्टी का असर किन संस्थानों पर पड़ेगा?
सरकार के आदेश के अनुसार 30 मई को पंजाब के सभी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, सरकारी कार्यालय और अर्ध-सरकारी संस्थान बंद रहेंगे। इससे छात्रों को एक दिन की राहत मिलेगी और शिक्षकों को भी आध्यात्मिक चिंतन और विश्राम का समय मिलेगा। हालांकि जरूरी सेवाएं जैसे कि अस्पताल, पुलिस, फायर ब्रिगेड और सार्वजनिक परिवहन पहले की तरह ही काम करते रहेंगे।
यह भी पढ़े:

मई में सिर्फ दो छुट्टियां, अप्रैल में मिली थीं सात
अगर पूरे साल के गजटेड छुट्टियों पर नजर डालें तो अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा सात छुट्टियां रही थीं, जो अलग-अलग त्योहारों और राष्ट्रीय अवसरों के कारण थीं। वहीं मई महीने में केवल दो बड़ी छुट्टियां तय की गई हैं। पहली छुट्टी 1 मई को श्रमिक दिवस पर थी और दूसरी अब 30 मई को शहीदी दिवस के अवसर पर मिलेगी।
पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पर ठहराव की मांग भी हुई
इसी बीच एक और खबर यह है कि पटौदी रोड रेलवे स्टेशन पर कुछ ट्रेनों के ठहराव को लेकर आवाज उठाई गई है। जड़ आर यू सी सी के सदस्य दीपक भारद्वाज और दैनिक रेल यात्री संघ के अध्यक्ष योगेन्द्र चौहान ने उत्तर पश्चिम रेलवे के जनरल मैनेजर से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि वहां पर ट्रेनों का अस्थायी ठहराव किया जाए ताकि स्थानीय यात्रियों को राहत मिल सके।
छुट्टी का सामाजिक और धार्मिक महत्व
सरकारी छुट्टी का उद्देश्य केवल दफ्तरों और स्कूलों को बंद करना नहीं होता, बल्कि इसका एक बड़ा सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व होता है। यह दिन खासकर युवाओं को अपने धर्म और परंपराओं से जुड़ने का अवसर देता है।
बच्चे, अभिभावक और शिक्षक इस दिन गुरुद्वारों में जाकर सेवा कर सकते हैं। यह छुट्टी एक ऐसा मौका है जब हम सिर्फ आराम नहीं बल्कि समाज और धर्म के लिए कुछ योगदान दे सकते हैं।
क्या करना चाहिए इस दिन?
अगर आप पंजाब में रहते हैं तो इस दिन आप अपने बच्चों को लेकर गुरुद्वारा जा सकते हैं, वहां कीर्तन सुन सकते हैं और सेवा में हिस्सा ले सकते हैं। इससे बच्चों को भी धर्म और गुरु परंपरा के बारे में जानने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा यह समय परिवार के साथ बिताने का भी एक अच्छा अवसर हो सकता है। आप बच्चों को गुरु अर्जन देव जी के जीवन की कहानियां सुना सकते हैं, जिससे उनमें प्रेरणा और धार्मिक भावना विकसित हो।
पंजाब सरकार का 30 मई को छुट्टी देने का फैसला धार्मिक परंपराओं का सम्मान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। यह न सिर्फ सिख समुदाय को सम्मान देता है बल्कि सभी धर्मों के बीच सौहार्द और आपसी समझ को भी बढ़ावा देता है।
तो अगर आप भी पंजाब में रहते हैं तो इस दिन को सिर्फ छुट्टी समझकर न बिताएं, बल्कि इसे गुरु अर्जन देव जी की शिक्षाओं और बलिदान को याद करने का दिन बनाएं। यह मौका है धर्म, सेवा और समाज से जुड़ने का, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।