RBI KYC New Rules – अगर आप बैंक से जुड़े हैं तो यह खबर आपके लिए बड़ी राहत की हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब ‘नो योर कस्टमर’ यानी KYC नियमों को आसान बनाने की तैयारी में है। इससे बैंकिंग सेवाएं इस्तेमाल करने वाले करोड़ों ग्राहकों को सीधा फायदा होगा, खासतौर पर उन लोगों को जो हर बार पते या जानकारी में छोटे बदलाव के लिए फॉर्म और डॉक्युमेंट लेकर ब्रांच के चक्कर लगाते थे।
छोटे बदलाव? अब सिर्फ सेल्फ-डेक्लेरेशन से होगा काम
RBI ने प्रस्ताव दिया है कि अगर आपको अपने KYC में बस कोई छोटा अपडेट करना है, जैसे कि पता बदलना या नाम की स्पेलिंग सुधारनी है, तो अब आप सिर्फ एक सेल्फ-डेक्लेरेशन फॉर्म भरकर ये कर सकेंगे। इसमें न कोई डॉक्युमेंट बार-बार जमा करना होगा और न ही बार-बार बैंक ब्रांच जाना पड़ेगा। आप ये अपडेट ईमेल, मोबाइल, ATM या बैंकिंग ऐप्स के जरिए भी कर सकेंगे।
डॉक्युमेंट की झंझट से मिलेगी छुटकारा
RBI के गवर्नर ने भी इस पर जोर दिया कि ग्राहकों को एक ही डॉक्युमेंट बार-बार जमा करने के झंझट से बचाया जाना चाहिए। इस दिशा में यह नियम बदलाव ग्राहकों के लिए बेहद फायदेमंद होगा। खासकर वे लोग जो सरकारी योजनाओं के तहत लाभ ले रहे हैं – उन्हें अब KYC के नाम पर परेशान नहीं होना पड़ेगा।
ब्रांच पर भी मिलेगा फुल सपोर्ट
अब आप अपनी बैंक की किसी भी ब्रांच में जाकर KYC अपडेट करवा सकते हैं। साथ ही, आधार आधारित OTP और वीडियो KYC की सुविधा भी छोटे बदलावों के लिए उपलब्ध होगी। ये सिस्टम उन ग्राहकों के लिए खासतौर पर फायदेमंद होगा जिनका वर्तमान पता आधार पर दर्ज एड्रेस से अलग है।
ट्रांसफर वालों के लिए बेहद फायदेमंद
अगर आप नौकरीपेशा हैं और जगह-जगह ट्रांसफर होता रहता है, तो ये अपडेट आपके लिए वरदान साबित होगा। क्योंकि अब हर बार पते की KYC अपडेट करवाने के लिए आपको कोई दस्तावेज नहीं ढूंढना पड़ेगा – बस सेल्फ डेक्लेरेशन काफी है।
बैंकों और NBFCs की भी होगी बल्ले-बल्ले
इस बदलाव का फायदा सिर्फ ग्राहकों को ही नहीं, बल्कि बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को भी मिलेगा। क्योंकि इससे उनका ऑपरेशनल बोझ कम होगा और उनका डिजिटल वर्कफ्लो और मजबूत होगा। अब उन्हें हर छोटे अपडेट के लिए क्लाइंट्स से फिजिकल डॉक्युमेंट इकट्ठा नहीं करने पड़ेंगे।
डिजिटल इंडिया की ओर एक और बड़ा कदम
RBI के ये प्रस्ताव बैंकिंग सेक्टर को और अधिक डिजिटल, सरल, और ग्राहक-हितैषी बनाने की दिशा में बढ़ाया गया अहम कदम है। इससे फाइनेंशियल इनक्लूजन को भी बढ़ावा मिलेगा, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को, जहां डॉक्युमेंटेशन एक बड़ी परेशानी रही है।
अब आपको क्या करना चाहिए?
अगर आपके KYC में कोई छोटा बदलाव है तो घबराएं नहीं। जैसे ही ये नियम लागू होते हैं, आप अपने बैंक की ब्रांच या ऑनलाइन ऐप पर जाकर आसानी से बदलाव कर पाएंगे। इस बीच अपने आधार और मोबाइल नंबर को बैंक से लिंक रखें और समय-समय पर अपडेट्स चेक करते रहें।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। नियमों की अंतिम पुष्टि RBI की आधिकारिक अधिसूचना आने पर ही मानी जाएगी। किसी भी अपडेट या निर्णय से पहले अपने बैंक से सलाह लेना उचित रहेगा।