Cement Price – अगर आपने जमीन खरीद ली है और अब घर बनाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रुक जाइए। क्योंकि आने वाले समय में जो ख़बर आ रही है, वो आपके बजट का गणित बिगाड़ सकती है। जी हां, सीमेंट की कीमतें बहुत जल्द आसमान छू सकती हैं। और जब सीमेंट महंगा होगा, तो घर बनाना भी आसान नहीं रहेगा।
सीमेंट की कीमतों में होने वाली है बड़ी बढ़ोतरी
नुवामा रिसर्च की एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सीमेंट इंडस्ट्री का भविष्य काफी अच्छा दिख रहा है। लेकिन इसका मतलब ये भी है कि आने वाले महीनों में इसकी डिमांड बढ़ेगी और उसके साथ ही कीमतें भी। रिपोर्ट में यह तक कहा गया है कि साल 2025 में सीमेंट की कीमतें अभी के मुकाबले चार गुना तक बढ़ सकती हैं।
अब आप ही सोचिए, अगर अभी 400 रुपये प्रति बोरी मिल रही है तो आने वाले दिनों में यह 1500 रुपये तक पहुंच सकती है। अब इतनी भारी बढ़ोतरी का असर सीधे-सीधे आपकी जेब पर ही तो पड़ेगा।
मई में भी दिखा असर
आपको जानकर हैरानी नहीं होगी कि सीमेंट के रेट्स में बढ़ोतरी की शुरुआत हो भी चुकी है। मई के महीने में देश के कई हिस्सों में सीमेंट महंगा हुआ है। सबसे ज्यादा असर दक्षिण भारत में देखने को मिला है। लेकिन सिर्फ साउथ ही नहीं, ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल इंडिया के मार्केट्स में भी रेट बढ़े हैं।
सीमेंट डीलरों का कहना है कि डिमांड बढ़ती जा रही है और सप्लाई उसी हिसाब से नहीं हो पा रही। ऐसे में आने वाले महीनों में सीमेंट की कीमत में करीब 9 प्रतिशत तक और इज़ाफा हो सकता है।
घर बनाने वालों की मुश्किलें बढ़ेंगी
घर बनवाने में सीमेंट की भूमिका सबसे अहम होती है। चाहे नींव डालनी हो या दीवारें खड़ी करनी हों – हर जगह सीमेंट चाहिए ही चाहिए। अब अगर वही सीमेंट महंगा हो जाए, तो सोचिए बजट कितना बिगड़ सकता है।
जिन लोगों ने अपने जीवन भर की कमाई जोड़कर एक छोटा सा घर बनाने का सपना देखा है, उनके लिए ये बढ़ती कीमतें बड़ा झटका साबित हो सकती हैं। पहले से ही रेत, लोहे की छड़, ईंट और मजदूरी महंगी हो चुकी है, अब सीमेंट के रेट बढ़ने से घर बनाना और भी महंगा सौदा हो जाएगा।
कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
अब आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर सीमेंट के रेट क्यों बढ़ रहे हैं। तो इसके पीछे की वजहें कुछ इस तरह हैं:
- सीमेंट की मांग तेजी से बढ़ रही है – शहरों में निर्माण कार्य तेज हो रहे हैं, सरकार की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं और प्राइवेट कंस्ट्रक्शन भी बढ़ा है।
- उत्पादन लागत में इज़ाफा – सीमेंट बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की कीमतें भी बढ़ रही हैं जैसे कोयला, बिजली और ट्रांसपोर्टेशन।
- सप्लाई चेन पर असर – कुछ इलाकों में सप्लाई में बाधा आ रही है जिससे डिमांड और सप्लाई के बीच संतुलन बिगड़ गया है।
क्या है इसका असर आम लोगों पर
अगर आप एक मिडिल क्लास फैमिली से हैं और अपना घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो ये खबर आपको जरूर टेंशन दे सकती है। कर्ज लेकर या जीवन भर की बचत से लोग घर बनाते हैं, लेकिन जब कंस्ट्रक्शन मैटेरियल महंगे हो जाते हैं तो लागत बढ़ जाती है और क्वालिटी में भी समझौता करना पड़ता है।
कुछ लोग अपने घर का साइज कम कर देते हैं, कुछ प्लास्टर या पेंट जैसी चीज़ें टाल देते हैं। मतलब ये कि सपनों का घर, एक टेंशन भरा प्रोजेक्ट बन जाता है।
क्या करें आम लोग?
अब सवाल ये उठता है कि जब कीमतें बढ़ रही हों तो आम आदमी क्या करे। तो यहां कुछ सुझाव हैं:
– अगर घर बनाना जरूरी नहीं है, तो थोड़ा इंतजार करें। हो सकता है कुछ महीनों में बाजार स्थिर हो जाए।
– बजट प्लानिंग दोबारा करें। पहले से ही अतिरिक्त खर्चों के लिए कुछ राशि अलग रखें।
– कंस्ट्रक्शन कंपनियों से डील करते वक्त फिक्स्ड कॉन्ट्रैक्ट की मांग करें। ताकि अचानक बढ़ी कीमतों का असर आप पर न पड़े।
– सीमेंट की थोक खरीदारी करने पर कुछ छूट मिल सकती है। अच्छे डीलरों से बात करें।
कुल मिलाकर कहा जाए तो आने वाले समय में घर बनाना थोड़ा चुनौती भरा हो सकता है। सीमेंट की कीमतें जिस तेजी से बढ़ रही हैं, उससे सभी प्रभावित होंगे – चाहे वो आम लोग हों, बिल्डर हों या सरकारी प्रोजेक्ट्स। ऐसे में हर किसी को अपनी प्लानिंग थोड़ा स्मार्ट तरीके से करनी होगी।