LPG Cylinder Price – अगर आप झारखंड में रहते हैं और हर महीने की तरह इस बार भी रसोई गैस की कीमतों का इंतजार कर रहे थे, तो अब आपके लिए जरूरी जानकारी आ गई है। 27 मई 2025 को घरेलू एलपीजी सिलेंडर की नई रेट लिस्ट जारी हो चुकी है। हर महीने की शुरुआत या खास परिस्थिति में तेल कंपनियां एलपीजी की कीमतों की समीक्षा करती हैं, और उसी के अनुसार अलग-अलग जिलों में थोड़े बहुत बदलाव देखने को मिलते हैं।
इस बार भी कुछ जिलों में सिलेंडर के दाम घटे हैं, तो कुछ जगहों पर वही पुराने दाम कायम हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके शहर में आज कितने का मिल रहा है 14.2 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर, तो यह जानकारी आपके लिए है।
रांची में कितना है आज का रेट?
झारखंड की राजधानी रांची में आज 14.2 किलो का सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 910 रुपए 50 पैसे में मिल रहा है। यह रेट पिछले महीने के मुकाबले लगभग स्थिर है, यानी बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। वहीं, जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां में आपको यही सिलेंडर 892 रुपए 50 पैसे में मिल जाएगा, जो पूरे राज्य में सबसे सस्ती दर मानी जा रही है।
चाईबासा में सिलेंडर की कीमत 902 रुपए है जबकि चतरा के लोगों को थोड़ा ज्यादा यानी 909 रुपए 50 पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। वहीं, हजारीबाग, रामगढ़ और कोडरमा में यह रेट सबसे ज्यादा 912 रुपए तक पहुंच गया है।
जानिए आपके जिले का ताजा रेट
यहां झारखंड के 24 जिलों की सिलेंडर कीमतें दी गई हैं, ताकि आपको ज्यादा ढूंढना न पड़े:
- रांची: ₹910.50
- जमशेदपुर: ₹892.50
- सरायकेला-खरसावां: ₹892.50
- चाईबासा: ₹902.00
- चतरा: ₹909.50
- हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा: ₹912.00
- बोकारो, देवघर, धनबाद, दुमका, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, जामताड़ा, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, साहिबगंज, सिमडेगा: ₹910.50
क्या वजह है कीमत में फर्क की?
अब सवाल ये उठता है कि एक ही राज्य में अलग-अलग जिलों में कीमतों में इतना अंतर क्यों होता है? इसका सीधा-सा जवाब है – ट्रांसपोर्टेशन खर्च, टैक्स और डिस्ट्रीब्यूशन की लागत। जो जिले शहरी हैं या डिलीवरी प्वाइंट्स के करीब हैं, वहां कीमतें थोड़ी कम हो जाती हैं। वहीं दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में सिलेंडर पहुंचाना महंगा पड़ता है, इसलिए वहां दाम भी थोड़े ज्यादा होते हैं।
कीमतें कब और कैसे तय होती हैं?
जैसा कि हर महीने होता है, सरकारी तेल कंपनियां कीमतों की समीक्षा करती हैं और फिर नए रेट जारी किए जाते हैं। इसके लिए वे कई फैक्टरों को ध्यान में रखती हैं जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपया कितना मजबूत है, और सबसे जरूरी – सरकार की सब्सिडी पॉलिसी।
अगर इंटरनेशनल मार्केट में तेल महंगा होता है या रुपये की वैल्यू गिरती है, तो इसका सीधा असर आपकी रसोई गैस पर पड़ता है।
सब्सिडी मिल रही है या नहीं?
अब बात करते हैं सब्सिडी की, जो काफी लोगों के लिए मायने रखती है। फिलहाल बहुत सारे ग्राहकों को DBT (Direct Benefit Transfer) स्कीम के तहत सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जा रही है। हालांकि, ये सब्सिडी सबको नहीं मिलती। ये इस पर निर्भर करता है कि आपकी सालाना आय क्या है, आपका KYC अपडेट है या नहीं और आपने बैंक खाता गैस कनेक्शन से लिंक किया है या नहीं।
अगर आप भी चाहते हैं कि आपको एलपीजी पर सब्सिडी मिले, तो सबसे पहले अपना KYC अपडेट करवा लें। इसके अलावा, अपने बैंक खाते को गैस एजेंसी से लिंक कराएं और आधार भी लिंक होना जरूरी है।
एक नजर में जरूरी बातें
- हर महीने एलपीजी की कीमतें बदल सकती हैं
- अलग-अलग जिलों में रेट में मामूली अंतर ट्रांसपोर्ट और टैक्स के कारण होता है
- सब्सिडी पाने के लिए KYC और बैंक खाता अपडेट जरूरी है
- जमशेदपुर और सरायकेला में सबसे सस्ती गैस मिल रही है
- हजारीबाग, रामगढ़ और कोडरमा में सबसे महंगी
तो अगर आप हर महीने गैस सिलेंडर के रेट चेक करते हैं, तो ये जानकारी आपके लिए काम की है। सिलेंडर की कीमतें भले हर बार थोड़ा बहुत ऊपर-नीचे होती हैं, लेकिन कुछ सावधानियां रखकर आप सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं और अपने घरेलू खर्चों को थोड़ा हल्का कर सकते हैं।