Monsoon Rain Alert – देशभर में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। इस साल मॉनसून ने लगभग 17 राज्यों को अपनी छाया में ले लिया है। खासकर पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश का दौर जोर शोर से शुरू हो चुका है। वहीं, उत्तर पश्चिमी हिस्सों में भी मानसून पूर्व की बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत दी है।
राजस्थान में मॉनसून पूर्व बारिश ने बदला मौसम
राजस्थान में भी मौसम ने अब करवट लेनी शुरू कर दी है। मानसून आने से पहले ही बारिश हो रही है, जिससे दिन और रात दोनों के तापमान में काफी गिरावट आई है। मौसम विभाग यानी IMD ने अगले चार दिन प्रदेश में अंधड़-तूफान और बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में राजस्थान के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे गर्मी के मौसम में ठंडक महसूस हो रही है।
महाराष्ट्र से पूर्वोत्तर तक फैला मॉनसून
दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने महाराष्ट्र और गुजरात में दस्तक दी है, अब यह धीरे-धीरे पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ रहा है। पूर्वोत्तर के 17 राज्यों में बारिश का सिलसिला तेज हो चुका है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए अगले 24 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है। बीते दिन असम और अरुणाचल प्रदेश में जोरदार बारिश हुई है, जिससे इलाके हरे-भरे और ठंडे हो गए हैं।
बाकी राज्यों में भी हो रही बारिश
तमिलनाडु, कोंकण, गोवा, छत्तीसगढ़, अंडमान-निकोबार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गुजरात के पूर्वी इलाके और लक्षद्वीप में भी मेघ गर्जन के साथ बारिश का दौर जारी है।
मध्य प्रदेश में कब आएगा मानसून?
मौसम विभाग की मानें तो मध्य प्रदेश में मानसून 10 से 12 जून के बीच दस्तक दे सकता है। सामान्यत: यहां मानसून 15 जून तक पहुंच जाता है, लेकिन इस बार महाराष्ट में मानसून समय से पहले आने की वजह से उम्मीद जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश भी जल्दी ही बारिश के मौसम में कदम रखेगा। अगर हवा का रुख सही रहा तो जल्द ही यहां भी मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी।
राजस्थान में मानसून कब तक होगा?
राजस्थान में अभी मानसून की एंट्री में थोड़ा वक्त बाकी है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून यहां लगभग 25 जून के आस-पास पहुंचेगा। लेकिन उससे पहले प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्री-मॉनसून गतिविधियां तेज हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों से कई जगहों पर हल्की-हल्की बारिश और मेघ गर्जन देखने को मिल रहे हैं। आने वाले चार दिन भी ऐसी ही बारिश होने की संभावना है। इससे राजस्थान के लोग गर्मी से थोड़ा आराम पा रहे हैं।
मौसम का ऐसा क्यों हो रहा बदलाव?
देश के कई हिस्सों में इस बार मानसून की शुरुआत समय से पहले हो रही है। खासकर महाराष्ट्र और गुजरात में तेज बारिश ने पूरे मौसम को तरोताजा कर दिया है। इस बदलाव का एक बड़ा कारण समुद्री हवा का रुख है जो मानसूनी मेघों को देश के अंदर ले जा रही है। इससे कई राज्यों में बारिश हो रही है और सूखे की स्थिति में भी सुधार देखने को मिल रहा है।
लोगों के लिए राहत भरी खबर
गर्मियों में अक्सर लोगों को तेज धूप और उमस से परेशानी होती है, लेकिन मॉनसून के आने से ये हालात बदल जाते हैं। इस बार जल्दी बारिश होने की वजह से किसानों को भी फायदा होगा। खेतों में पानी की कमी दूर होगी और उनकी फसलों को बढ़ने में मदद मिलेगी। वहीं, शहरों में भी धूल-धुआं कम होगा और हवा साफ होगी।
मौसम विभाग का अलर्ट
IMD ने स्पष्ट किया है कि अगले 24 घंटे में कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर उन इलाकों में जहां पिछले दिनों भी बारिश हुई है, वहां जलभराव और बाढ़ की समस्या हो सकती है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमों को सतर्क रहने को कहा गया है ताकि जरूरी मदद तुरंत पहुंच सके।
मॉनसून आने से जुड़े कुछ तथ्य
- दक्षिण-पश्चिमी मानसून भारत के ज्यादातर हिस्सों में जून-जुलाई के महीने में सक्रिय हो जाता है।
- पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून की शुरुआत सबसे पहले होती है।
- राजस्थान जैसे रेगिस्तानी इलाकों में मानसून देर से पहुंचता है लेकिन जब आता है तो जोरदार बारिश लेकर आता है।
- मॉनसून के दौरान बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आती है जिससे गर्मी का असर कम हो जाता है।
अगले कुछ दिन का मौसम कैसा रहेगा?
आगामी दिनों में भी कई राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। कहीं-कहीं तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान भी चल सकते हैं। इसलिए बाहर जाने से पहले मौसम की जानकारी लेते रहना जरूरी है। खासकर किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग बारिश के लिए तैयार रहें।
इस बार मानसून की शुरुआत काफी अच्छी और समय से पहले हुई है। देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो रही है जिससे मौसम सुहावना हो गया है। हालांकि कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे बाढ़ और जलभराव की समस्या, लेकिन कुल मिलाकर यह बारिश देश के लिए खुशखबरी है। अब तो बस उम्मीद करनी है कि मॉनसून पूरे देश में समय से और अच्छी बारिश लेकर आए ताकि धरती हरी-भरी हो सके।