Railway New Facility – भारत में ट्रेन का सफर लगभग 172 साल पुराना है। तब से लेकर आज तक रेलवे लगातार यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने की कोशिश करता आ रहा है। जो बदलाव आए हैं, उनमें सफाई, खान-पान, आरामदायक बर्थ, एसी कोच जैसी सुविधाएं शामिल हैं। लेकिन अब रेलवे ने एक और बड़ा कदम उठाया है, जिससे खासकर स्लीपर कोच में सफर करने वाले यात्रियों को बहुत फायदा मिलेगा।
जी हां, अब तक तो सिर्फ एसी कोच वाले यात्रियों को वॉशरूम में हैंडवॉश या लिक्विड सोप की सुविधा मिलती थी। लेकिन स्लीपर कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह सुविधा नहीं थी। इससे उनकी सफाई और स्वच्छता का खास ध्यान रखना थोड़ा मुश्किल था। कई बार सफर के दौरान यात्रियों को असुविधा भी होती थी क्योंकि हाथ धोने के लिए ठीक से इंतजाम नहीं था।
अब स्लीपर कोच में भी मिलेगा हैंडवॉश का इंतजाम
रेलवे बोर्ड के निदेशक अजय झा ने सभी जोनल रेलवे को आदेश दे दिया है कि जून महीने से देश की लगभग 12,000 से ज्यादा यात्री ट्रेनों के करीब 2,64,000 स्लीपर कोचों में हैंडवॉश या लिक्विड सोप की सुविधा दी जाएगी। मतलब ये कि अब लाखों यात्रियों को वॉशरूम में यह सुविधा मिलेगी और वे सफर के दौरान आसानी से हाथ धो सकेंगे।
ये बड़ा कदम रेलवे की सफाई और यात्रियों की सुविधा को लेकर उठाया गया है। इससे न सिर्फ सफाई का स्तर बेहतर होगा बल्कि यात्रियों को भी यात्रा के दौरान स्वच्छता का अनुभव मिलेगा। लंबे सफर में जब हाथ धोने का विकल्प हो तो स्वाभाविक है कि बीमारी से बचाव भी होगा और सफर भी आरामदायक बन जाएगा।
OBHS टीम करेगी सुविधा उपलब्ध कराना
रेलवे की ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विसेज (OBHS) टीम, जो पहले से स्लीपर कोच में सफाई का काम संभालती आ रही है, अब इस सुविधा की जिम्मेदारी भी संभालेगी। टीम यह सुनिश्चित करेगी कि हर वॉशरूम में यात्रियों को साफ-सुथरा हैंडवॉश या लिक्विड सोप मिल सके। इसका मतलब साफ है कि सफाई और स्वच्छता का स्तर और भी बेहतर हो जाएगा।
रतलाम मंडल समेत पूरे देश में होगा लागू
रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक यह सुविधा पूरे देश में लागू की जाएगी, जिसमें रतलाम मंडल भी शामिल है। सभी रेलवे अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि इसे प्राथमिकता से लागू किया जाए ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
यह सुविधा क्यों है जरूरी?
आज के समय में सफर के दौरान स्वच्छता सबसे बड़ा मुद्दा है। खासकर रेल यात्रा में जहां कई लोग एक साथ यात्रा करते हैं, वहां संक्रमण का खतरा भी ज्यादा होता है। ऐसे में हाथ धोने जैसी छोटी लेकिन महत्वपूर्ण आदत को अपनाना बहुत जरूरी हो जाता है। अब तक स्लीपर कोच में यह सुविधा नहीं होने के कारण यात्रियों को असुविधा होती थी।
रेलवे का यह नया कदम न केवल यात्रियों को स्वच्छता की बेहतर सुविधा देगा बल्कि ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत’ मिशन को भी मजबूत करेगा। साथ ही यह यात्रियों को यह संदेश देगा कि उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य का रेलवे पूरा ध्यान रखता है।
रेलवे का मकसद क्या है?
रेलवे मंत्रालय का मानना है कि यात्रियों को सुविधा देना उनकी प्राथमिकता है। अब तक सुविधाएं यात्रियों के कोच के प्रकार के आधार पर दी जाती थीं। लेकिन अब रेलवे ने तय किया है कि सुविधा का स्तर सभी के लिए बराबर होना चाहिए। इसका मतलब ये है कि स्लीपर कोच के यात्रियों को भी उतनी ही अच्छी सुविधाएं मिलें, जितनी एसी कोच के यात्रियों को मिलती हैं।
इससे रेलवे एक ज्यादा समावेशी और यात्रियों के लिए ग्राहक-केंद्रित संस्था बनकर उभरेगा। यात्रियों की संतुष्टि बढ़ेगी और वे रेल सेवा से खुश होंगे।
आने वाले दिनों में और सुधार होंगे
रेलवे सूत्रों की मानें तो सिर्फ हैंडवॉश की सुविधा ही नहीं, बल्कि स्लीपर कोच में अन्य सुविधाओं को भी बेहतर बनाया जाएगा। जैसे कि यात्रियों के लिए चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि मोबाइल और अन्य डिवाइस आराम से चार्ज हो सकें। वॉशरूम की सफाई पर भी खास ध्यान दिया जाएगा और नियमित निगरानी रखी जाएगी। साथ ही यात्रियों की शिकायतों के समाधान के लिए त्वरित व्यवस्था भी लागू की जाएगी।
रेलवे का प्रयास है कि यात्री अपनी यात्रा के दौरान हर तरह की सुविधा और आराम महसूस करें। इसलिए यह बदलाव लगातार किया जा रहा है ताकि आने वाले समय में रेलवे यात्रियों का सबसे भरोसेमंद और पसंदीदा सफर माध्यम बने।
यात्रियों के लिए ये बदलाव कितने महत्वपूर्ण हैं?
स्लीपर कोच में सफर करने वाले लाखों लोग रोजाना यात्रा करते हैं, जिनमें छात्र, मजदूर, कर्मचारी और सामान्य परिवार वाले शामिल हैं। इन लोगों के लिए सफर के दौरान साफ-सफाई का होना बहुत जरूरी है। हाथ धोने की सुविधा न होना कई बार सफर को मुश्किल बना देता था।
अब जब रेलवे ने इस सुविधा को शुरू किया है तो यात्रियों को सफर के दौरान अपने स्वास्थ्य और स्वच्छता का बेहतर ध्यान रखने का मौका मिलेगा। इससे उनका सफर सुरक्षित और सुखद होगा।
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए स्लीपर कोच में हैंडवॉश की सुविधा शुरू करके एक बड़ा कदम उठाया है। यह कदम देश भर के करोड़ों यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। आने वाले समय में ऐसे और सुधार भी किए जाएंगे, जिससे रेलवे यात्रा और भी बेहतर और आरामदायक हो सके।
अब आप भी जब अगली बार स्लीपर कोच में सफर करें तो सफाई की इस नई सुविधा का लाभ जरूर उठाएं और सफर का मजा लें।