Saria Cement Rate – मानसून के चलते सरिया और सीमेंट के दामों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इन हालातों ने जहां बिल्डिंग सामग्री के बाजार में हलचल मचा दी है, वहीं ग्राहकों के लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि अब वे अपनी जरूरत का सामान सस्ते दामों में खरीद पा रहे हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि सरिया और सीमेंट के दामों में क्यों और कैसे यह बदलाव आया है, साथ ही जानें आज के रेट्स क्या हैं।
सरिया के दामों में गिरावट का कारण
मौसम का बदलाव खासकर मानसून का असर सरिया की कीमतों पर सबसे ज्यादा पड़ता है। व्यापारियों के मुताबिक, जब सरिया के दाम कम होते हैं तो खरीदारी भी तेजी से बढ़ जाती है। कई लोग ऐसे हैं जो फिलहाल घर या अन्य निर्माण का काम शुरू नहीं कर रहे, लेकिन वे मौसम ठीक होने से पहले ही सस्ते दाम पर सरिया खरीदना शुरू कर देते हैं ताकि बाद में उन्हें जरूरत पड़ने पर परेशानी न हो।
फिलहाल, बारिश का मौसम जारी है और इसी वजह से लोग अपने नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इसी कारण सरिया की मांग थोड़ी कम होती है और दाम नीचे आ जाते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। पिछले कुछ दिनों से लगातार सरिया के रेट लगभग रोजाना 500 से 600 रुपए तक घट रहे हैं। अब ये रेट 53,000 से 54,000 रुपए प्रति टन के आसपास आ गए हैं।
पिछले सालों से तुलना
अगर पिछले कुछ सालों की बात करें तो मार्च और जनवरी 2024 के बीच सरिया के दाम 57,000 से 59,000 रुपए प्रति टन तक थे। इस बार की गिरावट का मुख्य कारण मानसून की आहट माना जा रहा है क्योंकि मानसून के दौरान निर्माण कार्य कम हो जाता है, इसलिए मांग घट जाती है।
इसे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं। 10 मिमी और 25 मिमी वाले सरिया का रेट लगभग 44,000 रुपए प्रति टन है। इसमें 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़ने के बाद कुल कीमत करीब 52,000 रुपए प्रति टन बन जाती है। इसी तरह 8 मिमी से 32 मिमी तक के सरिया के रेट लगभग 45,000 रुपए प्रति टन हैं, टैक्स जोड़ने के बाद यह 53,000 रुपए तक पहुंच जाते हैं।
सरिया की कीमतों का इतिहास
सरिया के दाम तीन साल पहले अपने इतिहास के सबसे ऊंचे स्तर पर थे। मार्च 2022 में सरिया की कीमत 80,000 रुपए प्रति टन से भी ऊपर चली गई थी। यह तेजी 2021 के अंत से शुरू हुई थी और 2022 में अपने चरम पर पहुंच गई थी।
इसके बाद कीमतें धीरे-धीरे गिरने लगीं और एक साल बाद यानी 2023 में ये 55,000 रुपए प्रति टन के आसपास आ गईं। 2023 और 2024 के बीच ये कीमतें ज्यादातर 55,000 रुपए से ऊपर ही बनी रहीं, लेकिन अब करीब पांच साल बाद पहली बार सरिया के दाम 53,000 से 55,000 रुपए के बीच आ गए हैं।
इस गिरावट से बाजार में संतुलन आना शुरू हो गया है और निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
सीमेंट के रेट्स का हाल
सरिया के साथ-साथ सीमेंट के दामों में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। हालांकि सीमेंट के दामों में उतनी ज्यादा तेजी या गिरावट नहीं आई है, लेकिन बाजार में हल्की स्थिरता बनी हुई है।
आज के रेट्स के अनुसार, एसीसी सीमेंट 380 रुपए प्रति 50 किलो के पैकेट में उपलब्ध है। अंबुजा सीमेंट का रेट लगभग 390 रुपए प्रति 50 किलो है। अल्ट्राटेक सीमेंट थोडा महंगा है और 400 रुपए प्रति 50 किलो बिक रहा है। वहीं श्री सीमेंट और जेके लक्ष्मी सीमेंट के दाम लगभग 340 रुपए प्रति 50 किलो के आसपास हैं।
ध्यान देने वाली बात ये है कि ये रेट राज्य और शहर के हिसाब से थोड़ा-बहुत बदल सकते हैं। इसलिए खरीदारी से पहले अपने स्थानीय बाजार में भी जांच जरूर करें।
मार्केट में क्या असर पड़ेगा?
सरिया और सीमेंट की कीमतों में गिरावट का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा जो निर्माण का काम जल्द शुरू करना चाहते हैं। खासकर मानसून के बाद जब मौसम साफ होगा, तब घर बनाने का काम जोर पकड़ता है। सस्ते दामों पर सामग्री मिलने से निर्माण की लागत कम होगी और यह आम लोगों के लिए राहत की बात है।
साथ ही, जो लोग अभी अपनी प्रॉपर्टी में कुछ समय बाद निर्माण का सोच रहे थे, वे भी इस मौके का फायदा उठा सकते हैं। व्यापारियों को भी इस स्थिति से फायदा हो रहा है क्योंकि कम दामों पर ग्राहकों की संख्या बढ़ गई है।
सरिया और सीमेंट की कीमतों में आए इस बदलाव से साफ होता है कि बाजार की स्थिति और मौसम के प्रभाव का निर्माण सामग्री की कीमतों पर बड़ा असर पड़ता है। यदि आप भी अपने घर या किसी अन्य प्रोजेक्ट के लिए सामग्री खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो अभी इस मौके का फायदा जरूर उठाएं।
लेकिन ध्यान रखें कि कीमतें कभी भी बदल सकती हैं, इसलिए समय-समय पर बाजार की जानकारी लेते रहें। स्थानीय दुकानदारों से भी संपर्क बनाकर रखें ताकि आपको ताजा रेट्स की सही जानकारी मिल सके।